बच्चे को बुखार के साथ खांसी भी है: कैसे उपचार करें?
बुखार और खांसी बच्चों में शरीर के अंदर की बीमारी के दो सामान्य लक्षण हैं वो अपने आप में बीमारियाँ नहीं है। जब वे अकेले या बदलते क्रम के साथ दिखाई देते हैं तो अलग-अलग अर्थ सुझाते हैं।
नमस्ते मित्रों
आज हम इस ब्लॉग मे हम’ बच्चों की खांसी और बुखार के बारे मे बात करेंगे।
यहा पर सबसे ज्यादा बार पूछे जाने वाले 10 प्रश्नो और उनके जवाब के माध्यम से इसकी जानकारी साजा करेंगे।
1.बच्चे को बुखार या खांसी क्यों होती है?
खांसी:
- सभी सामान्य स्वस्थ मनुष्यों में किसी भी प्रकार के शरीर पर आक्रमण के विरुद्ध रक्षा तंत्र होता है। यदि कोई कण आपके श्वास नली या फेफड़ों में प्रवेश करता है, तो शरीर ख़ासी करके इसे बाहर निकालने की कोशिश करता है।
- जब आपकी श्वासनली और छोटी श्वास पाइपों में कुछ संक्रमण या एलर्जी के कारण जलन हो जाती है,तब ख़ासी शुरू होती है। इस प्रकार, खांसी मानव शरीर का एक रक्षा तंत्र है।
- खाँसी के कई कारण हैं जैसे वायरल संक्रमण एलर्जी,अस्थमा,श्वासनली) में कुछ(बाहरी वस्तु) फंस जाना आदि।
- वायरल संक्रमण बच्चों में खांसी का सबसे आम कारण है।
- यह बहुत जरूरी है की कारण को पहचानें ताकि प्रभावी उपचार दिया जा सके।
बुखार:
- बुखार भी शरीर का रक्षा तंत्र है। जब भी कोई संक्रमित हो ,एजेंट (बैक्टीरिया, वायरस, आदि) शरीर में प्रवेश करता है, शरीर रक्षा तंत्र को इसे नियंत्रित करने के लिए प्रेरित करता है।
- इस प्रक्रिया में शरीर द्वारा बहुत सारे रसायन निकलते हैं जो शरीर को गर्म करते है।
- यह वार्मिंग संक्रामक को नष्ट करने के लिए है।
- इस प्रकार, बुखार संक्रमण के खिलाफ शरीर का एक रक्षा तंत्र है।
- बिना संक्रमण वाले रोगों में भी बुखार हो सकता है।
- ऐसी बीमारियाँ जैसे लंबे समय से चले आ रहे पुराने विकार या कुछ गंभीर तीव्र बीमारियाँ जैसे रक्त कैंसर (ल्यूकेमिया) इत्यादि हो सकता हैं ।
- इसलिए अच्छे परिणाम के लिए समय पर बुखार के सटीक कारण को पहचानने की आवश्यकता है।
- आमतौर पर बच्चों में बुखार संक्रमण का संकेत होता है।
2.गंभीर बुखार या गंभीर खांसी क्या है?
- बुखार के निदान एवं प्रबंधन के लिए बच्चे का बुखार को रेकॉर्ड करके रखना आवश्यक है।
- बुखार शरीर के तापमान में असामान्य वृद्धि है,और इसे नीचे दिये तापमान से परिभाषित किया जाता है:
- रेक्टल (नितंब) तापमान > 100.4°F/38°
- टेम्पोरल धमनी (माथे) का तापमान > 100.4°F/38°C
- टाम्पैनिक (कान) तापमान > 100.4°F/38°C
- मौखिक (मुंह) तापमान > 100°F/37.8°C
- एक्सिलरी (बगल) तापमान > 99°F/37.2°C
- शिशुओं(infants)(जन्म -12 महीने से अधिक उम्र) और बच्चों में बुखार हमेशा एक खतरनाक या जीवन-घातक लक्षण नहीं होता है।
- भले ही एक बच्चे का बुखार बहुत तेज़ है, वास्तविक तापमान बीमारी की गंभीरता को प्रतिबिंबित नहिं करता है..
- इसलिए, बच्चा बहोत बीमार दिख रहा हो और बुखार 100.4°F हो,तो भी वह 104°F बुखार के साथ अच्छा दिखने वाले बच्चे की तुलना में बहुत अधिक चिंताजनक है।
- सटीकता और सुरक्षा उद्देश्य के लिए डिजिटल थर्मामीटर से बगल में रिकॉर्ड किया गया तापमान घर के लिए आदर्श और सुरक्षित है।
- बुखार के लिए कोई भी दवा देने से पहले और तापमान का डॉक्युमेंटेशन करने के लिए “तिथि, समय” और तापमान चार्ट”नोट करें।
- इससे बाद में बुखार का पैटर्न, दवाओं के प्रति इसकी प्रतिक्रिया और अधिक सटीक नैदानिक निदान पहचानने में मदद मिलती है।
- कभी-कभी छोटे शिशु को कपड़ों में लपेटा जाता है जिससे बुखार हो जाता है,ऐसे मे कुछ मिनटों के लिए बच्चे को खुला रखने से तापमान वापस सामान्य आ सकता है।
- छोटे शिशुओं में खांसी सबसे आम गलत व्याख्या किया जाने वाला लक्षण है। कई बार,माता-पिता घर-घर छाती की आवाज के साथ शिशु को लाते हैं,
- ये गले में स्राव के कारण होने वाली हवा के प्रवाह में अवरोध से होनेवाली ध्वनि मात्र हैं और आमतौर पर शिशुओं में सामान्य घटनाएँ हैं।
- यदि यह बार-बार खांसी के दौरे पड़ते हो ,तेजी से सांस लेना, गतिविधि में कमी या भोजन करने में कठिनाई हो तो बच्चे का डॉक्टर द्वारा मूल्यांकन किया जाना आवश्यक है।
- एक बच्चे मे बुखार और ख़ासी का सबसे आम कारण श्वसनमार्ग का वायरल संक्रमण है। ऐसी स्थिति में बुखार हो जाता है उसके बाद या साथ मे खांसी और सर्दी, नाक जमाव, बदन दर्द और सिरदर्द होता है।
- वायरल संक्रमण में बुखार आमतौर पर 3-5 दिनों तक बना रहता है और खांसी 1-3 सप्ताह के लिए जारी रह सकती है।
- कभी कभी खांसी और बुखार, जीवाणु (बेक्टेरियल) निमोनिया या और भी अधिक भयावह बीमारियाँ की वजह से हो सकता है।
- यदि बुखार 4 दिनों से अधिक समय तक बना रहे या खांसी उत्तरोत्तर बढ़ती जा रही हो या और भी लक्षण जुड़ रहे हो, तो यह भयावह कारण की संभावना को बताता है और इसमे तुरंत डॉक्टर को दिखाने की जरूरत होती है।
- जीवाणु (बेक्टेरियल)संक्रमण मे जब तक ठीक से इलाज न किया जाए, बुखार और खांसी आमतौर पर ठीक नहीं होता है।
- यदि सुरूआत मे खांसी का ज़ोर अधिक हो और बुखार ना या कम हो तो एलर्जी का कारण संभव है।
- कभी-कभी बाल -दमा(अस्थमा) में खांसी और बुखार के लक्षण हो सकते है , लेकिन खांसी आमतौर पर एक प्रमुख लक्षण होता है और बुखार क्षणिक और निम्न श्रेणी का होता है,और आमतौर पर इतनी परेशानी नहीं होती ।
4. मेरे बच्चे में बुखार और खांसी के लिए मुझे अपने डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?
आप कब घर पर बुखार और खांसी का इलाज कर सकते हैं?
- यदि बच्चे को पहले 3-4 दिनों में खांसी और बुखार हो जो पेरासिटामोल से कम हो रहा हो , बच्चा सक्रिय हो,दो बुखार के अंतराल मे वो चंचल और आरामदायक हो, बच्चा पर्याप्त रूप से भोजन करता हो, पेशाब ठीक से करता हो। तो..आप बुखार चार्ट बनाए रखें और घर पर निरीक्षण करें।
डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें, यदि:
- बुखार पेरासिटामोल पर प्रतिक्रिया नहीं कर रहा है।
- बुखार के बीच बच्चा सक्रिय न हो।
- खांसी और बुखार से परेशान करने वाली दिनचर्या
- गतिविधि… सोना, खाना खिलाना, खेलना आदि।
- 3 दिन से अधिक बुखार।
- तेज़ साँस लेना या प्रयासपूर्वक साँस लेना…
- सांस फूलने लगती है… बोलने में दिक्कत होती है।
- सांस लेने के दौरान अतिरिक्त आवाजें…
- स्ट्रिडोर, घरघराहट ।
- दम घुटने जैसा महसूस होना ।
- चेहरे पर नीलापन या पीलापन दिखना ।
- बच्चा बहुत सोता है ।
- सेवन और पेशाब में कमी ।
- यदि बच्चे को पहले से कोई बड़ी बीमारी है,बुखार का कोई भी लक्षण हो, तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
5.मेरा बच्चा बुखार और खांसी से पीड़ित है ,उसे कैसे आराम दें?
किसी बच्चे में एक से ज्यादा लक्षण हैं, लेकिन उनके लिए उपाय
अलग और स्वतंत्र है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सा लक्षण बच्चे को परेशान कर रहा है,यह एक या दोनों हो सकता है।
बुखार के लिए:
- यदि आपका बच्चा बुखार से पीड़ित है, खा रहा है, पी रहा है और खेल रहा है, तो आपको कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं है।
- याद रखें कि बुखार आपके बच्चे को संक्रमण से लड़ने में मदद कर रहा है।
क्या करें:
यदि आपका बच्चा सहज नहीं है, तो आप यह कर सकते हैं:
- उसे आराम करने के लिए प्रोत्साहित करें।
- उन्हें बहुत सारे तरल पदार्थ जैसे पानी, दूध, फलों का रस आदि पीने के लिए प्रोत्साहित करें।
- ज़रूरत के मुताबिक छोटे-छोटे स्वस्थ भोजन प्रदान करें।
- सुनिश्चित करें कि उनके कमरे का तापमान आरामदायक और स्थिर है (बहुत गर्म या बहुत अधिक ठंडा नहीं)।
- उनका चेहरा, हाथ और गर्दन धोने के लिए ठंडे (कमरे के तापमान वाले) कपड़े का उपयोग करें।
- अपने बच्चे को हल्के वज़न के कपड़े और बिस्तर, जैसे एक ही कपड़े से कवर किया हुआ सिंगलेट और पैंट पहनाएं ।
- बिस्तर की चादर और कपड़े नियमित रूप से बदलें।
- रात के समय अपने बच्चे की जाँच करें।
- अगर उनमें सुधार नहीं हो रहा है या आप बिल्कुल भी चिंतित हैं तो उन्हें डॉक्टर के पास ले जाएं।
क्या न करें:
- किसी भी तीव्र ठंडे पानी का पोछा विधि का उपयोग करें जिससे आपका बच्चा कांपने लगे।
- गर्म पानी की बोतलें या बिजली के कंबल का उपयोग करें।
औषधियाँ:
- यदि आपका बच्चा खुश है, तो आपको बुखार का इलाज दवा से करने की ज़रूरत नहीं है।
- यदि आपका बच्चा बीमार दिखता है और सक्रिय नहीं है, तो आप पैरासिटामोल दे सकते हैं।
- हो सकता है पैरासिटामोल तापमान को सामान्य नहीं लाये, पर इसकी भूमिका बच्चे को आराम देना है।
- बुखार दोबारा आने पर लगभग 6 घंटे के बाद दोहराया जाता है।
- आपको बोतल पर लिखे खुराक संबंधी निर्देशों का पालन करना चाहिए।
- बताए हुवे खुराक से अधिक देना खतरनाक है।
खांसी के लिए:
- आम तौर पर, आप घर पर ही हल्की खांसी से राहत पा सकते हैं।
- आमतौर पर, खांसी कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ़्ते तक ठीक हो जाएगी।
बच्चों में हल्की खांसी और बुखार के लिए घरेलू देखभाल के सुझाव:
- घर में धूम्रपान करने से बचें, जिससे खांसी की समस्या बढ़ जाती है।
- गरम पानी पियें।
- बंद नाक के लिए सेलाइन ड्रॉप्स।
- वेपर रब—छाती और पीठ पर लगाया जा सकता है।
- पेट्रोलियम जेली में मेन्थॉल , कपूर, और नीलगिरी का तेल सूथिंग असर लाता है।
- पानी की भाप लेना-कंजेशन और खांसी से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है।
- दुर्घटनाओं से बचने के लिए यह थेरेपी कड़ी निगरानी और बहुत सावधानी से करनी होगा।
6.मेरे बच्चे को बार-बार बुखार और खाँसी हो रहा है। मैं यह कैसे रोक सकता हूँ?रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए उसे कुछ दीजिए।
- खांसी और बुखार आमतौर पर इम्युनिटी कम होने का कोई लक्षण नहीं होते हैं।
- विभिन्न प्लेटफार्मों पर प्रदान की गई गलत व्याख्याओं और अधूरी जानकारी और रोगियों द्वारा बताया आधा ज्ञान की वजह से”इम्युनिटी”शब्द का प्रयोग आजकल अक्सर माता-पिता द्वारा डॉक्टर की तुलना में अधिक बार किया जाता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति का अनिवार्य हिस्सा है।
- यह जन्म के समय अपरिपक्व होता है और बड़े होने पर परिपक्व हो जाता है।
- बचपन में संक्रमण सहित शरीर द्वारा विभिन्न प्राकृतिक अनुभव से रोग प्रतिरोधक क्षमता परिपक्व होती है ।
- अपरिपक्व इम्युनिटी के साथ छोटे शिशुओंमे स्पष्ट रूप से बार-बार वायरल और जीवाणु (बेक्टेरियल) संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है।
- जैसे-जैसे उसे इन प्राकृतिक संक्रमणों से अनुभव मिलता जाता है,बाद के जीवन मे उसका शरीर उन्हें पहचानना और निकालना सीख जाता है।
- इस प्रकार,जीवन के पहले वर्ष में प्रत्येक सामान्य बच्चे को औसतन 10-12 संक्रमण होते हैं और जीवन के दूसरे वर्ष मे लगभग 6-8 संक्रमण होते हैं। इसलिए यह बहुत ज़रूरी है ताकि बाद के जीवन में कम बार बीमार पड़ें।
बार-बार खांसी और बुखार से बचाने के लिए और प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले उपाय:
- सभी उपलब्ध टीके लें।
- बच्चे जन्म से 6 महीने तक सिर्फ स्तनपान,6 महीने के बाद , पूरक आहार के साथ 2 साल तक स्तनपान जारी रखिए।
- विटामिन, खनिज और प्रोटीन वाले संतुलित आहार से भरपूर पोषण बनाए रखें।
- जीवन के पहले वर्ष के लिए विटामिन डी की खुराक दें।
- शैशवावस्था(1-3 वर्ष) में आयरन की खुराक दें।
- धुएं और धूल के संपर्क से बचें।
स्वच्छता की स्वस्थ आदतें:
- स्नान करना, दांतों की देखभाल,नाखून की देखभाल, किसी भी भोजन से पहले हाथ धोना और उचित स्वच्छता रखना.
- बार खांसी जुकाम के रोकथाम के लिए वैज्ञानिक चिकित्सा में कोई भी इम्यूनिटी बूस्टर नही है।
7.क्या मेरे बच्चे को रक्त परीक्षण की
या एक्स-रे की आवश्यकता है?
- आपके डॉक्टर द्वारा रक्त परीक्षण या एक्स-रे करने का निर्णय ,विस्तार से इतिहास की जानकारी और छाती की उचित जांच के बाद लिया जाता है।
- अधिकांश कई बार ऐसे परीक्षणों की आवश्यकता नहीं होती.
लेकिन डॉक्टर ऐसा कर सकते हैं यदि:
- लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं।
- लक्षण ठीक नहीं हो रहे या अपेक्षा के अनुरूप प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हो ।
- आपका बच्चा पहली मुलाकात में ही बीमार है या इलाज के बावजूद रोग की प्रगति को दर्शाता है।
- रोग का निदान करने के लिए या कभी-कभी निदान की पुष्टि करने के लिए या रोग की प्रगति की निगरानी करने हेतु।
8.क्या हम अपने बच्चे को एंटीबायोटिक्स दे सकते हैं?
पिछली बार इसने बहुत तेजी से काम किया था ।
- अधिकतर समय खांसी के साथ बुखार ,श्वसनतंत्र के वायरल संक्रमण का एक लक्षण रहता है।
- बहुत कम (<10%)बेक्टेरियल (जीवाणु) संक्रमण होते हैं।
- एंटीबायोटिक्स, जीवाणु संक्रमण के खिलाफ प्रभावी हैं और इसकी वायरल संक्रमण के विरुद्ध कोई भूमिका नहीं।
- कम सामान्य जीवाणु संक्रमण का निदान करने के लिए , बच्चे की अच्छे से जांच करानी होती है और बिना जांच के एंटीबायोटिक्स की सलाह नहीं दी जा सकती है।
- सभी औषधियों के साइड इफैक्टस होते हैं अगर औषधियों का अनावश्यक रूप से ,या अनुचित रोग के लिए ,अनुचित खुराक में अनुचित अवधि के लिए उपयोग किया जाय और विशेष रूप से एंटीबायोटिक्स के एक से ज्यादा साइड इफैक्टस हो सकते है।
- बड़े पैमाने पर एंटीबायोटिक दवाओं के अंधाधुंद अतार्किक उपयोग के कारण समुदाय में एंटीबायोटिक प्रतिरोध(रेसिसटन्स) सामने आया है।
- एक जिम्मेदार नागरिक के नाते हमे एंटीबायोटिक प्रतिरोध रोकने के लिए ,एंटीबायोटिक दवाओं के अतार्किक उपयोग से बचना चाहिए ।
9.क्या मैं मेरे बच्चे के लिए ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) पर मिलनेवाली कफ सिरप या खांसी बुखार सिरप का कॉम्बिनेशन उपयोग कर सकता हूं?
क्या मैं बड़ों की दवाई मे से आधी खुराक का उपयोग कर सकता हूँ?
- ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) उत्पाद हल्की और सामान्य बीमारियों के लिए और वयस्कों जैसे सुरक्षित आयु वर्ग के लिए है जो स्वास्थ्य मे गिरावट का संकेत दे सकते हैं।
- ओटीसी उत्पाद बिना डॉक्टर की सलाह के के बच्चों के लिए घरेलू उपयोग के लिए सुरक्षित नहीं है।
- खांसी जुकाम का कॉम्बिनेशन सिरप मल्टीपल के मिश्रण और तर्कसंगत या तर्कहीन संयोजनों में सामग्री से बनाए जाते हैं। बिना उचित चिकित्सकीय सलाह के अनुसार लिया गया खुराक, आपके बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
- सुरक्षित रहने के लिए ओ.टी.सी संयोजन खांसी बुखार सिरप को डॉक्टर की सलाह के बिना घरेलू उपयोग के लेना नहीं लेना चाहिए।
- घर पर कोई भी सुरक्षित रूप से केवल पेरासिटामोल का उपयोग कर सकता है।
- अधिकांश वयस्क दवाएं वयस्कों के उपयोग के लिए होती हैं। उन्हें बच्चे के लिए उपयोग करने से,उम्र और वजन अलग अलग होने से, गलत दवा और गलत खुराक का खतरा अधिक हो सकता है जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसलिए, ऐसे उपयोग की सलाह नहीं दी जाती है।
10. मेरे 3 महीने के शिशु को बुखार और खांसी है, क्या ये वैसा ही है
जैसा मेरे 5 साल के बच्चे को बुखार और खांसी है?
- आमतौर पर किसी भी बीमारी में बच्चा जितना छोटा होगा, बीमारी उतनी ही गंभीर होगी।
5 साल के बच्चे को खांसी और बुखार है,पर वो
- बच्चा बुखार के बीच आराम महसूस कर रहा है।
- तेजी से सांस न ले रहा हो।
- सतर्क और चंचल हो।
- भोजन और पानी अच्छी तरह से लेता हो।
- अच्छी तरह से पेशाब कर रहा हो तो वह सुरक्षित है और आप डॉक्टर से टेलीफोन पर परामर्श ले सकते है।
3 महीने का बच्चा एक छोटा शिशु होता है।
- शिशुओ में इम्यूनिटी कम होने के कारण निर्धन प्रतिरोध शक्ति कमज़ोर होती है, घर पर निरीक्षण में तकलीफ होती है,स्वास्थ्य मे तेजी से गिरावट का गंभीर खतरा होता है इसलिए, तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
- यह बच्चे को संदेह होने पर निगरानी के लिए अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हो सकती है। इस प्रकार, खांसी और बुखार3 महीने के बच्चे में बुखार एक आपातकालीन स्थिति है।
आशा करता हु, ये ब्लॉग आपको बहुत काम आयेगा।
आपके सुजाव जरूर साजा करे।
आपका आभारी
डॉ पारस पटेल
एमबीबीएस डीसीएच