Bachhon ko cyber security kaise pradan karen ?-बच्चों में साइबर बुलिंग: एक बढ़ती समस्या साइबर बुलिंग क्या है?

 

5 yrs boy waering white t shirt and has golden hair and holding flower in his hand

बच्चों में साइबर बुलिंग: एक बढ़ती समस्या

साइबर बुलिंग क्या है?


teenage boy and girl watching laptop boy in brown t shirt and blue jeans and girl in brown jumping suit, holding a black dog



मस्ते दोस्तों

ब्लॉग मे आपका स्वागत है।

आज के डिजिटल युग में, बच्चे तेजी से इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं।

 हालांकि, इस तकनीकी प्रगति के साथ-साथ एक गंभीर समस्या भी उभरी है – साइबर बुलिंग। 

साइबर बुलिंग, इलेक्ट्रॉनिक संचार का उपयोग करके किसी व्यक्ति को बार-बार या लंबे समय तक परेशान करने, धमकाने या उत्पीड़ित करने की क्रिया है।


6 yrs girl watching desktop scroling with mouse in right hand ang wearing headphone


साइबर बुलिंग के प्रकार कितने है?

ऑनलाइन धमकी:


  • धमकी भरे संदेश, ईमेल या पोस्ट भेजना।


8 years girl writing on paper with pen,using left hand copying from ipad


ऑनलाइन उत्पीड़न:

  • बार-बार किसी व्यक्ति को परेशान करना, चिढ़ाना या अपमानित करना।

ऑनलाइन बदनामी:

  • झूठी अफवाहें फैलाना, व्यक्तिगत जानकारी का खुलासा करना या किसी व्यक्ति की छवि खराब करना।

ऑनलाइन बहिष्कार:

  • किसी व्यक्ति को जानबूझकर सोशल मीडिया समूहों या चैट से बाहर रखना।

9 years boy listenig on headphone infront of desktop


साइबर बुलिंग के प्रभाव क्या है?

साइबर बुलिंग के गंभीर मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

6 years boy angree and sitting on floor as another2 boys of same age,teasing him and laughing

डिप्रेशन और चिंता:


  • पीड़ित बच्चे अक्सर अवसाद और चिंता का अनुभव करते हैं।

आत्मविश्वास में कमी: 

  • लगातार हमलों से बच्चों का आत्मविश्वास कम हो सकता है।

अकेलापन और अलगाव:


  • पीड़ित बच्चे अक्सर सामाजिक रूप से अलग-थलग महसूस करते हैं।

शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं:


  • तनाव और चिंता से शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।


12 yrs girl wearing blue t shirt and jacket holding a sign board of stop bullying in th classroom

चौंकना और आक्रामक व्यवहार: 


  • कुछ पीड़ित बच्चे आक्रामक व्यवहार दिखा सकते हैं या आसानी से चौंक जाते हैं।

चौंकना और आक्रामक व्यवहार:


  • कुछ पीड़ित बच्चे आक्रामक व्यवहार दिखा सकते हैं या आसानी से चौंक जाते हैं।

चरम मामलों में, आत्महत्या:


  • गंभीर साइबर बुलिंग के कारण कुछ दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम हो सकते हैं।

14 years boy sitting on a studytable,reading a book with his right palm on cheeck,having grey jacket on

साइबर बुलिंग से कैसे बचें?

मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें: 


  • अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के लिए मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें।

गोपनीयता सेटिंग्स का उपयोग करें:


  • अपनी गोपनीयता सेटिंग्स को जांचें और केवल विश्वसनीय लोगों के साथ अपनी जानकारी साझा करें।

साइबर बुलिंग को रिपोर्ट करें: 


  • यदि आप साइबर बुलिंग का शिकार हैं या किसी और को होते हुए देखते हैं, तो तुरंत इसे रिपोर्ट करें।

सकारात्मक ऑनलाइन व्यवहार को बढ़ावा दें:


  • सकारात्मक और सम्मानजनक ऑनलाइन व्यवहार को बढ़ावा दें और दूसरों के साथ दयालुता का व्यवहार करें।

डिजिटल नागरिकता सिखाएं:


  • बच्चों को डिजिटल नागरिकता के बारे में शिक्षित करें, ताकि वे ऑनलाइन सुरक्षित और जिम्मेदार रह सकें।

9 years boy with eyeglasses on with grey t shirt and father in a red sweater ang mother in a grey t shirt all sat on floor and playing cards



साइबर बुलिंग के इसे कैसे रोक सकते हैं? 

साइबर बुलिंग एक गंभीर समस्या है, लेकिन हम सभी मिलकर इसे रोक सकते हैं। 

बच्चों को साइबर बुलिंग के खतरों के बारे में शिक्षित करें और उन्हें सुरक्षित ऑनलाइन रहने के लिए प्रोत्साहित करें। 

साथ ही, यदि आप साइबर बुलिंग का शिकार हैं या किसी और को होते हुए देखते हैं, तो तुरंत कार्रवाई करें।

राष्ट्रीय पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 है। 

राष्ट्रीय महिला हेल्पलाइन नंबर 181 है और साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 है।

आशा करता हु,ये जानकारी आपके लिए उपयोगी रहेगी।

आपका आभारी 

डॉ पारस पटेल

एमबीबीएस डीसीएच

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top